BPSC TRE 3 Paper Leak: बिहार में पेपर का लीक होना अब आम बात हो गया है, लोग इस बात कर इंतज़ार मुद्दत से कर रहें है कि बिहार सरकार कम से कम एक एग्जाम को सुचारू रूप से सम्पन्न करा ले, लेकिन सरकार हर बार नाकाम हो जा रही है, हाल ही में होने वाली BPSC TRE 3 परीक्षा का पेपर भी लीक हो गया है, आइए बताते है आपको पूरी घटना…
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‘हज़ारीबाग़ में गिरफ्तार हुआ सॉल्वर गैंग’
BPSC TRE 3 Paper Leak: कहा जाता है कि इस सॉल्वर गैंग का नेटवर्क बिहार के चप्पे चप्पे में फैली हुई है, लगभग हर ज़िले, हर शहर में इनके आदमी फैले हुए है, इस गैंग के पास पहले से क्वेश्चन रहता है और ये अभ्यर्थी को एक साथ बैठाकर उसका आंसर याद करवाते है,
इस बार भी ऐसा ही होना तय किया गया था,पहले सभी अभ्यर्थियों को पटना बुलाया गया था, फिर किसी कारणवश पटना को हज़ारीबाग़ से स्थानांतरित कर दिया गया,
सभी अभ्यर्थियों को हज़ारीबाग़ के एक टोल प्लाज़ा पर बुलाया जा रहा था, हज़ारीबाग़ टोल प्लाजा के आस-पास के स्थानीय लोगो ने अचानक से एक बड़ी संख्या मे बिहार के नंबर की गाड़ी का आवागमन देखा, तथा कितने ही बिहार के नंबर की गाड़ी टोल प्लाजा के पास खड़ी भी पाई गई, ये सब देखते हुए स्थानीय लोगो ने पुलिस को सूचित किया, झारखंड पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की और आर्थिक अपराध इकाई (EOU) तथा बिहार पुलिस और झारखंड पुलिस के जॉइंट ऑपरेशन में करीब 250 से अधिक अभ्यर्थियों को और 5 सॉल्वर गैंग के एजेंट को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और अभी उनसे पूछ ताछ जारी है।
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‘नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का बयान’
BPSC TRE 3 Paper Leak: बिहार में करीब 2 महीना पहले NDA की सरकार बनी है, उससे पहले JDU और RJD के गठबंधन की सरकार कार्यरत थी, जिसमें RJD नेता तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर रहे थे, उनका दावा है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में सुचारू रूप से नौकरी दिए है, इस पेपर लीक मामले पर उन्होंने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर अपना भावना प्रकट करते हुए लिखा है कि
“हमारे 𝟏𝟕 महीनों का सुनहरा कार्यकाल जिसमें पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से युवाओं को 𝟒 लाख से अधिक नौकरियां दी गयी, वह बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं का स्वर्णिम काल था।
अब नीतीश-भाजपा सरकार ने डेढ़ महीने में ही 𝟏𝟕 साल के पुराने कारनामों को दोहराते हुए नक़ल माफिया को इतना प्रोत्साहन दे दिया कि BPSC शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण में प्रतियोगी परीक्षाओं के विश्व इतिहास में प्रथम बार 𝐀𝐝𝐦𝐢𝐭 𝐂𝐚𝐫𝐝 में ही 𝐀𝐧𝐬𝐰𝐞𝐫 𝐊𝐞𝐲 बतायी जा रही है। और तो और पेपर लीक कराने वाले नकल माफिया को बचाने के लिए इनके वरिष्ठ मंत्री प्रशासन पर दबाव बना रहे है। पुलिस को फोन कर रहे मंत्रियों का नाम- बूझों तो जाने?”
हमारे 𝟏𝟕 महीनों का सुनहरा कार्यकाल जिसमें पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से युवाओं को 𝟒 लाख से अधिक नौकरियां दी गयी, वह बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं का स्वर्णिम काल था।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 17, 2024
अब नीतीश-भाजपा सरकार ने डेढ़ महीने में ही 𝟏𝟕 साल के पुराने कारनामों को दोहराते हुए नक़ल माफिया को इतना… pic.twitter.com/2e1R0fYyZj
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‘BPSC TRE 3 Paper Leak के वजह से परीक्षा हुआ रद्द’
BPSC TRE 3 Paper Leak: परीक्षा मे हुए इतने बड़े चूक की वजह से BPSC ने होने वाले परीक्षा को रद्द कर दिया है, अभी तक परीक्षा का कोई नया डेट नहीं तय किया गया है लेकिन BPSC के द्वारा जल्द ही कोई नया परीक्षा का डेट घोषित किया जा सकता है, ये सारी निर्णय उचित ढंग से परीक्षा को सम्पन्न करने के दृष्टिकोण से लिया गया है।
‘कैसे और कितने में होती थी डील’
BPSC TRE 3 Paper Leak: सॉल्वर गैंग के इस कारनामे का सभी काम बहुत पारदर्शिता से होता था, हर जिले और शहर में घूम रहे इसके एजेंट पहले अभ्यर्थी से बातचीत करके डील फाइनल करते थे, और पैसा पहले नही लेते थे, पहले वो अभ्यर्थियों का ओरिजनल डॉक्यूमेंट लेकर अपने पास रख लेते थे, जब परीक्षा नजदीक आता था तब अभ्यर्थी को संपर्क करके उसे किसी जगह का नाम बताया जाता था, जहां अभ्यर्थी को पहुचना होता था,
वहां से उसे सॉल्वर गैंग द्वारा चिन्हित स्थान पर ले जाया जाता था, तथा अभ्यर्थी को पहले पूरा आंसर याद करवाया जाता था, उसके बाद उससे एक लाख रुपया लिया जाता था, मेरिट लिस्ट बन जाने के बाद जो रुपया शेष रह जाता था उसे लेकर उसका डॉक्यूमेंट लौटा दिया जाता था,
अब अगर ये देखे की डील कितने में फाइनल होता था, तो यह पूर्णतया अभ्यर्थी के ऊपर निर्भर करता था कि वह कितना देने को राजी हो जा रहा है, वैसे रकम न्यूनतम 8 लाख तथा अधिकतम 15 लाख के बीच ही होता था, यदि अभ्यर्थी अपने साथ किसी को लेकर आता था तो उसे विशेष छूट भी दिया जाता था, इस तरह यह पूरा गोरख धंधा चलता था।
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